5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT SHIV CHALISA LYRICSL EXPLAINED

5 Simple Statements About shiv chalisa lyricsl Explained

5 Simple Statements About shiv chalisa lyricsl Explained

Blog Article

थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

शिव भजन

अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

अर्थ: shiv chalisa in hindi आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच Shiv chaisa खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

It really is believed that normal chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the power to get rid of all of the hurdles and difficulties from one particular’s daily life.

Report this page